TT, 02 May 2024 :
The West Bengal Board of Secondary Education (WBBSE) has declared the results for the Madhyamik (Class 10) exams today, May 2.Category Archives: Education
District-wise WBBSE Madhyamik 2024 toppers; Check full merit list inside!
Suparna Ghosh, 02 May 2024 : Students who have appeared for Class 10 exams can check their WB Class 10 result 2024 through the official website- wbbse.wb.gov.in
Soumyadeep Mandal (Bankura)
Marks: 684; Percentage: 97.71%
Agniva Patra (Paschim Medinipur)
Marks: 684; Percentage: 97.71%
Sampad Paria (Purba Medinipur)
Marks: 684; Percentage: 97.71%
Ritam Das (Purba Medinipur)
Marks: 684; Percentage: 97.71%
Subhrakanti Jana (24 PGS South)
Marks: 684; Percentage: 97.71%
Ishan Biswas (24 PGS South)
Marks: 684; Percentage: 97.71%
Swarnali Ghosh (24 PGS North)
Marks: 684; Percentage: 97.71%
Pranjal Ganguly (24 PGS North)
Marks: 684; Percentage: 97.71%
Somdatta Samanta (Kolkata)
Marks: 684; Percentage: 97.71%
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों का है ये हाल- आज आप, कल हम चले जायेंगे
सीबीगंज (बरेली)। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों के अधिकांश शिक्षक, सचिव बेसिक शिक्षा के आदेश को मुह चिड़ाते हुए मंगलवार को विद्यालयों से गायब रहे। परिषद के शिक्षक अपने मन से ही आदेश का पालन करते दिखते हैं, जिले के अधिकारी इस आदेश का अनुपालन कराने में रहे विफल।
जानकारी के अनुसार, बेसिक शिक्षा परिषद में शीतकालीन अवकाश 30 दिसंबर से 14 जनवरी तक बेसिक के कैलेंडर के अनुसार थे, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा आदेश जारी किया गया की अत्यधिक ठंड होने के कारण विद्यालयों में 16 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश बढ़ाए जा रहे हैं, जिसके कारण विद्यालय बन्द रहेंगे लेकिन सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रताप सिंह बघेल ने पूरे प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन समस्त विद्यालयों के लिए आदेश जारी किया कि इन शीतकालीन अवकाशों में बच्चे विद्यालय नही आयेंगे, वहीं शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक के साथ अन्य कर्मचारी विद्यालय पहुँच कर विभागीय कार्य एवं दायित्वों का निर्वाहन करेंगे, लेकिन बेसिक शिक्षक सचिव के आदेश में भी पेंच होने का दावा करते नजर आ रहे हैं।
शिक्षकों का कहना था कि सचिव बेसिक शिक्षा परिषद के आदेश के सापेक्ष न तो जिला अधिकारी ने कोई आदेश जारी किया है और न ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने, तो हम स्कूल क्यों जाये ? शायद इसी लिए जनपद के काफी विद्यालयों के ताले तक नही खुले इन विद्यालयों में सीबीगंज क्षेत्र का कंपोजिट विद्यालय खलीलपुर भी शामिल है।
इसी के साथ जिन विद्यालयों के ताले खुले भी उन विद्यालयों में अध्यापकों ने तो आपस में ही रोस्टर बना लिया है, अध्यापकों के अनुसार “आज आप विद्यालयों चले जाओ कल हम चले जायेंगे” ऐसा ही रोस्टर देखने को मिला बहुत कम ऐसे विद्यालय देखने को मिले जहाँ पर पूरी संख्या में अध्यापक मौजूद थे।
इसी कारण कई विद्यालयों में ऐसा भी देखने को मिला जहाँ पर एक या दो शिक्षक ही विद्यालय में उपस्थित रहे शेष अध्यापक गायब रहे। जो अध्यापक विद्यालय पहुंचे भी वह भी कुछ देर रुक कर घर वापसी कर गए, सबाल ये खड़ा हो है कि जब सचिव बेसिक शिक्षा परिषद में समस्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पहले ही आदेश कर दिया था शीतकालीन अवकाश के दौरान विद्यालय के छात्र-छात्राओं का ही अवकाश रहेगा अध्यापकों को विद्यालय जाना होगा तब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इसको लेकर जनपद के विद्यालयों के लिए आदेश जारी क्यों नहीं किया।
इसे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की सचिव के आदेश को लेकर अनदेखी कहें या कुछ और?
अब परिषदीय विद्यालयों के बच्चे भी चलाएंगे कम्प्यूटर
बरेली। परिषदीय विद्यालयों के बच्चे भी अब कम्प्यूटर चलाते नजर आएंगे इसके लिए एनसीआरटी ने कक्षा 6,7,8 की विज्ञान की पुस्तकों में पाठ्यक्रम में बदलाव कर कम्प्यूटर से सम्बन्धित सामग्री को जोड़ा गया है ताकि बच्चे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के विषय में दक्ष हो सकें।
उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव बैंक लिमिटेड लखनऊ द्वारा संचालित एग्रीकल्चर कोआपरेटिव स्टाफ ट्रैनिंग इंस्टीट्यूट में डिजिटल लिटरेसी,कम्पयूटेंशन थिंकिंग कोडिंग एवम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पांच दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार से प्रारम्भ हुआ जिसमे बरेली जनपद से डायट प्रवक्ता फरीदपुर सावित्री यादव, दमखोदा ब्लाक के एकेडमिक रिसोर्स पर्सन बलवीर सिंह, शेरगढ़ ब्लाक के एकेडमिक रिसोर्स पर्सन ओम कुमार सक्सेना,सीमा कश्यप ने प्रतिभाग किया।
प्रशिक्षण के विषय में बरेली के एआरपी ओम सक्सेना ने बताया कि आज के युग में कम्प्यूटर शिक्षा अत्यन्त जरूरी है यह युग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का युग है। उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण जनपद के उच्च प्राथमिक एवं संविलियन विद्यालयों के एक-एक अध्यापक को दिया जायेगा जिससे जनपद के कक्षा 6,7,8 में अध्यनरत बच्चे लाभान्वित होंगे।
शीतलहर से कांपा बरेली, कक्षा एक से आठ तक के स्कूलों की दो दिन छुट्टी, बरेली कॉलेज की परीक्षा की तारीख में भी बदलाव
बरेली। कोहरे और शीतलहर को देखते हुए जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने कक्षा एक से लेकर आठ तक के सभी बोर्ड के विद्यालयों का अवकाश घोषित किया है।
वहीं बरेली कॉलेज में बीकाम के पांचवे सेमेस्टर के छात्रों की मौखिक परीक्षा (वायवा) में बदलाव किया गया है। रविवार का दिन बेहद ठंडा रहा। न्यूनतम तापमान चार डिग्री और अधिकतम 11 डिग्री दर्ज किया गया है।
ऐसे मौसम को देखते हुए बरेली जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने सभी बोर्ड के कक्षा एक से लेकर आठवीं तक के विद्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है।
अब रोहिलखण्ड यूनिवर्सिटी छात्र एग्रीकल्चर से कर सकेंगे बीएससी और एमएससी
बरेली। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय में छात्र एग्रीकल्चर से बीएससी और एमएससी कर सकेंगे। एग्रीकल्चर में भविष्य बनाने वाले छात्रों को अब मेरठ, पंतनगर या फिर हरियाणा की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। वहीं अमेरिका की मेसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी में अब रुहेलखंड विश्वविद्यालय के छात्र अध्ययन और शोध कर सकेंगे। दोनों के मध्य तकनीकी स्थानांतरण और शैक्षणिक एमओयू हुआ।
इस दौरान मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी के प्रो. ओपी धनखड़ ने रुहेलखंड विश्वविद्यालय का दौरा भी किया।एमओयू तकनीकी समझौते पर हस्ताक्षर प्रो. एसएस बेदी, प्रो. सुधीर कुमार, प्रो. उपेन्द्र कुमार, प्रो. नवीन और प्रो. एसके पांडेय ने किए। कुलपति प्रो. केपी सिंह ने बताया कि मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी में अध्ययन और शोध कार्यों के लिए विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। पादप विज्ञान विभाग और डायरेक्टरेट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशनशिप के संयुक्त तत्वाधान में कार्यक्रम हुआ। विभाग अध्यक्ष प्रो. आलोक श्रीवास्तव ने तकनीकी हस्तांतरण के लिए मेसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी को धन्यवाद भी दिया। प्रो. उपेंद्र कुमार ने बताया कि मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी विश्व रैंकिंग में 21वें नंबर पर है। संकाय अध्यक्ष प्रो. संजय कुमार गर्ग, डॉ. अतुल कटियार, प्रो. जेएन मौर्य, प्रो. भोले खान, डॉ. विजय कुमार सिंहाल, डॉ. पंकज अरोरा, डॉ. ललित पांडेय, तपन वर्मा, रॉबिन बालियान मौजूद रहे।
रुहेलखंड विश्वविद्यालय में कृषि संकाय खोलने के लिए विद्या परिषद की बैठक में पिछले वर्ष स्वीकृति मिल गई थी। इसके बाद यह तय हो गया था कि 2024-25 के सत्र में कृषि संकाय शुरू हो जाएगा। बैचलर डिग्री के रूप में बीएससी एजी, बीएससी इन फिशरीज साइंस, बीएससी इन प्लांट पैथालोजी, बीबीए इन एग्रीकल्चर, कृषि रसायन, खेती तकनीकी, कृषि उद्यान, फल विज्ञान, फसल विज्ञान आदि। मास्टर डिग्री में एमएससी कृषि, उद्यान के अलावा एमएससी कृषि के बाद पीएचडी करने का भी मौका विश्वविद्यालय उपलब्ध कराएगा। शिक्षकों और स्टाफ की भर्ती होगी।
रुहेलखंड विश्वविद्यालय में कृषि सकाय जुलाई 2024 से अस्तित्व में आ जाएगा। बीएसएसी-एजी और एमएससी-एजी की कक्षाएं शुरू होंगी। विद्यार्थियों को कृषि के क्षेत्र में विश्वविद्यालय भविष्य बनाने के लिए पूरी सुविधा देगा।
बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षित होना जरूरी-डॉ गजेंद्र सिंह
बरेली/शेरगढ़। ब्लाक शेरगढ़ की एएनएम,आशा संगिनी एवं आशा बहुओं का चार दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम सीएचसी में आरंभ हुआ जिसमें प्रशिक्षकों ने मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर की रोकथाम का मंत्र दिया।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ गजेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित चार दिवसीय जागरूकता प्रशिक्षण में गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण,उनकी महत्वपूर्ण जांच,संस्थागत प्रसव,शीघ्र स्तनपान पर प्रकाश डाला गया। चिकित्सा अधीक्षक डॉ गजेंद्र सिंह ने कहा कि क्षेत्र वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में एएनएम,आशा संगिनी एवं आशा बहुओं की भूमिका सर्वाधिक रहती है ऐसे में उनका जागरूक रहना अत्यंत जरूरी है। उन्होंने एएनएम,आशा संगिनी एवं आशा बहुओं को जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाते हुए क्षेत्र वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में सहयोगी की भूमिका निभाने पर जोर दिया।
यूनिसेफ के बीएमसी योगेश शर्मा ने कहा कि आशा संगिनी एएनएम एवं आशा बहुएं गांवों में भ्रमण के दौरान जन्म के 1 घंटे के अंदर शिशु को मां का दूध देने के लिए माताओं को प्रेरित करें। उन्होंने बच्चों का वजन,लंबाई की माप,टीकाकरण,शिशु की उचित देखभाल एवं पौष्टिक आहार पर विस्तृत चर्चा की। वहीं टीवी रोग की रोकथाम के लिए जांच करने के साथ ही प्रत्येक व्यक्ति का गोल्डन कार्ड एवं आभा आईडी बनाने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि उत्तम स्वास्थ्य जीवन की आधारशिला है इसलिए प्रशिक्षण की बारीकियों को समझें और गांव-गांव जाकर स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं का क्रियान्वयन करने में सहयोगी बनें।
कार्यक्रम में एएनएम उमेश चौहान, सलमा, मोनिका, किरन,संगिनी भावना गंगवार,कमलेश,सरिता,निर्दोष तथा आशा बहुएं प्रीति,सावित्री,सर्वेश,रेखा,चित्र रेखा,अर्चना तथा सरोज आदि समेत स्वास्थ्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
राजकीय हाई स्कूल दलपतपुर के विद्यार्थियों ने किया राजश्री ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस बरेली में भ्रमण
देवरनियाँ । ब्लाक भोजीपुरा समग्रता शिक्षा के अंतर्गत राजकीय हाई स्कूल दलपतपुर के कक्षा 9 व कक्षा 10 के छात्र एव छात्राओं को राजश्री ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन बरेली में अध्ययन भ्रमण कराया गया।
अध्ययन यात्रा के दौरान छात्र एवं छात्राओं को संस्थान में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमो जैसे इलेक्ट्रिक, इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिगं, पाँली टेक्नोलॉजी, आई टी आई, बीएएमएस , एमबीबीएस आर्युवेदिक उपचार विभिन्न मशीनस जैसे लेथ मशीन , शेपर मशीन , मिलिंग मशीन , बैच ग्राइंडर , ड्रिलिंग मशीन आदि जानकारी संस्थान में कार्यक्रत फैकल्टी द्वारा प्रदान की गई ।
इस अध्ययन भ्रमण से छात्र एव छात्राए का ज्ञानर्वधन हुआ । और उन्हे भविष्य में अपनी रुचि के अनुसार अपना करियर चुनने में सहायता मिलेगी । इस समग्र शिक्षा अध्ययन यात्रा में विद्यालय प्रधानाध्यापिका अनीता सक्सेना , शिक्षिका , वन्दना, शिवानी शर्मा , नीलम देवी , पुष्पा देवी एंव दिव्या सक्सेना आदि मौजूद रहीं ।
